आनंद कुमार सोनी
लोहरदगा । सरकारी विभाग का खेल निराला है। यहां कुएं को पानी पिलाने का काम किया जाता है। जरूरतमंद लोगों तक सुविधा पहुंचाने की जगह बनी-बनाई चीजों को तोड़कर उसे फिर से बनाने पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है। इस तरह का मामला कुडू प्रखंड कार्यालय के बगल में स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में देखने को मिल रहा है।
इस स्कूल की चहारदीवारी पहले से बनी हुई है। इसे तोड़कर नई चहारदीवारी का निर्माण कराया जा रहा है। बताया जाता है कि विद्यालय के पूरब में चहारदीवारी बनी हुई है और गेट लगा है। पश्चिम में ब्लॉक ऑफिस परिसर की बाउंड्री है। दक्षिण कोण में जिला परिषद द्वारा दस दुकान बनाई गई है। यह लगभग डेढ़ सौ फीट लंबी है। यह भी विद्यालय बाउंड्री से ऊंची है।
सारी स्थिति की अनदेखी कर नई चहारदीवारी का निर्माण कराया जा रहा है। बाउंड्री बनाने के लिए भी जिला परिषद द्वारा बनाई गई दुकान की दीवार से सटाकर कॉलम का गड्डा खोदा जा रहा है। इसके कारण दुकान गिरने की स्थिति में आ गई है। दुकान के पीछे दीवारों में दरारें पड़ गई है। इससे दुकानदारों को नुकसान होने की आशंका भी है।