योगेश कुमार पांडेय
गिरिडीह । जिल के जमुआ काजीमगहा मुख्य मार्ग की स्थिति विगत पांच वर्षों से काफी जर्जर है। स्थानीय समाजसेवी अबुजर नोमानी ने निजी खर्च से सड़क पर मिट्टी मोरम गिराकर उसे चलने लायक बनाया।
जानकारी के मुताबिक प्रखंड मुख्यालय से महज एक किलोमीटर पर स्थित जमुआ काजीमगहा रोड पर पांच वर्ष पूर्व रेलवे के द्वारा एक ब्रिज का निर्माण किया गया था। उस वक्त से लेकर आज अब तक उक्त रोड की स्थिति जानलेवा होती गयी। वर्तमान में हर समय बड़ी दुर्घटना की आशंकाएं बनी रहती है। इसे लेकर बीडीओ, एसडीओ, डीडीसी, डीसी, रेलवे के आलाअधिकारियों को बार-बार सूचित किया जाता रहा है, लेकिन हर कोई इसे टालते रहे।
स्थानीय लोगों के मुताबिक जर्जर सड़क की मरम्मत के साथ-साथ गार्ड वॉल की सख्त जरूरत है। बरसात के दिनों में मिट्टी का बहाव होने के कारण रोड की स्थिति और भी बदतर हो जाती है। इस बार मगहाकला पंचायत के समाजसेवी अबुजर नोमानी ने अपने निजी फंड से गड्ढे के भराव के लिए मोरम गिराया। इससे राहगीरों को थोड़ी राहत मिलेगी। सामाजिक कार्यकर्ता असरार आलम ने कहा कि इसके बारे में सभी पदाधिकारियों को लगातार सूचित किया जाता रहा है। वर्तमान में कोई दुर्घटनाएं होती है तो इसके लिए स्थानीय प्रशासन ही दोषी होगा। जल्द इसका स्थाई हल नहीं निकाला गया तो उग्र आंदोलन होगा। मौके पर मकबूल आलम, जीशान आलम, गुलाम सरवर, पप्पू खान आदि ग्रामीण उपस्थित थे।